हमारी शादी को 6 साल हो चुके थे और हम अपने परिवार को बढ़ाने के लिए प्रयास कर रहे थे किन्तु सफलता नहीं मिल रही थी। हम दोनों हताश हो चुके थे और भगवान से बस एक बच्चे की दुआ करते थे।
मेरे दिमाग में सैंकड़ो सवाल उठ रहे थे कि क्या मेरा मोटापा मेरे गर्भधारण करने में बाधा तो नहीं बन रहा? क्या इसका कारण मेरे पति, ऋषभ की बढ़ती आयु तो नहीं? कहीं हमारी तनाव भरी नौकरियाँ तो इसकी ज़िम्मेदार नहीं?
अपने इन्हीं सब प्रश्नों का उत्तर पाने और सही इलाज की तलाश में हम कई डॉक्टर्स से मिले लेकिन सफलता हाथ नहीं लग रही थी। उन डॉक्टर्स के उत्तर सहायक और आशाजनक नहीं थे।
जैसे ही हम उम्मीद छोड़ने वाले थे, तभी हमारे किसी जानने वालों ने सीताराम भरतिया हॉस्पिटल के बारे में बताया और हम यहाँ डॉ प्रीति अरोरा धमीजा, इनफर्टिलिटी स्पेशलिस्ट से मिले।
पूर्ण मेडिकल जाँच और सलाह-मशवरा के बाद डॉ प्रीति ने IUI ट्रीटमेंट की सलाह दी।
IUI treatment (in hindi) में क्या होता है?
“IUI तकनीक में male semen से अशुद्धियाँ हटाई जाती है और फिर सबसे सक्रिय शुक्राणु (active sperms) चुने जाते है” डॉ प्रीति समझाती हैं।
“यह शुक्राणु फिर एक खास प्लास्टिक सिरिन्ज की सहायता से ओव्यलैशन (ovulation) के समय गर्भाशय (female uterus) में डाले जाते हैं”
“घबराएं नहीं, IUI एक आसान और दर्दरहित फर्टिलिटी उपचार है।”
यह सुनकर हमारी चिंता और घबराहट IUI को लेकर कम हो गई।
डॉ प्रीति से परामर्श करने के बाद, हम दोनों ने IUI treatment के बारे में कुछ दिनों तक सोचा और फिर IUI के लिए अपनी सहमति दे दी।
क्या है IUI की क्रिया (IUI process)?
हर दम्पति की ज़रूरत के अनुसार IUI treatment अलग होता है ।
IUI treatment बहुत कारणों पर निर्भर करता है – जैसे उम्र, प्रजनन की समस्या और उसकी अवधि।
हमारी IUI treatment की प्रक्रिया कुछ ऐसी थी:
1. मेडिकल जाँच
डॉ प्रीति ने IUI treatment के लिए मुझे अपने हॉर्मोन लेवल की जाँच करवाने की सलाह दी ।
मैंने इसके लिए एक ब्लड टेस्ट करवाया। मेरी ट्यूबल पटेंसी की जाँच के लिए मुझे X-ray के लिए भी कहा गया। मेरे पति, ऋषभ ने अपने सीमन में शुक्राणु (sperm) की सक्षमता और शक्ति की जाँच करवाई।
इन सभी टेस्ट के नतीजों के अनुसार, हमारा आगे का IUI treatment निर्धारित किया गया।
2. महावारी के मध्य चक्र में अल्ट्रासाउंड
माहवारी के बाद डॉ प्रीति ने मुझे कुछ ज़रूरी दवाओं और जाँच जैसे अल्ट्रासाउंड के लिए बताया।
मुझे नौवें दिन से एक दिन छोड़कर अल्ट्रासाउंड के लिए कहा गया क्यूंकि इस माध्यम से अण्डों की संख्या और उनके विकास के बारे में पता चलता है।
डॉक्टर ने कुछ और इंजेक्शन का सुझाव दिया जिससे मुझे फायदा हुआ और इसके कारण अंडकोष में 3 अण्डें विकसित हुए।
डॉ प्रीति ने हम दोनों को समझाया, “IUI treatment कि हर प्रक्रिया महत्वपूर्ण है और यह ज़रूरी है की उन्हें समय पर करवाए जाए।
3. ट्रिगर शॉट्स
आखरी इंजेक्शन इन अंडों के फाइनल परिपक्वन में सहायक है।
ट्रिगर शॉट्स के दिए जाने के 32-36 घंटो के बाद IUI treatment किया जाता है।
IUI treatment in hindi: क्या होता है IUI procedure के दिन?
IUI treatment के दिन मेरे दिमाग में कई सवाल चल रहे थे।
उस दिन हॉस्पिटल के प्रतीक्षालय में ऋषभ के होने से मुझे बहुत हौसला मिला।
पुरुष को अपने सीमन का ताज़ा सैम्पल हॉस्पिटल मे आकर देना होता है जिसके बाद वो जा भी सकते हैं पर ऋषभ हमेशा मेरे साथ थे।
“सीमेन सैम्पल को लैब में भेजा जाता है जहाँ पर सबसे सक्षम शुक्राणु (active sperms) चुने जाते है ” डॉ प्रीति ने समझाया।
साफ़ शुक्राणु को खास प्लास्टिक सिरिन्ज की मदद से आपके गर्भाशय में डाला जाता है।
थोड़ी देर बाद, मुझे डॉक्टर के कमरे में बुलाया गया।
मुझे लेटने को बोला गया और प्लास्टिक सिरिन्ज के द्वारा ऋषभ के सबसे सक्षम शुक्राणु मेरे गर्भाशय में डाले गए।
IUI treatment एक आंतरिक परीक्षा (internal examination) जैसा लगा और इसमें दर्द नहीं होता।
आधा घंटे लेटने के बाद, मेरा IUI ट्रीटमेंट समाप्त हो गया।
डॉ प्रीति ने बताया कि “IUI treatment कराने पर कुछ महिलाएँ योनि से रिसाव, ऐंठन (cramps) या स्पॉटिंग जैसे समस्याओं का अनुभव कर सकती है।”
सौभाग्य से मुझे IUI से संबंधित कोई भी side effects महसूस नहीं हुए।
IUI Treatment के बाद प्रेगनेंसी टेस्ट कब करें?
IUI treatment के 2 हफ्ते बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें। यह इंतज़ार हमारे लिए बहुत मुश्किल था।
जब हमने प्रेगनेंसी टेस्ट लिया तो रिज़ल्ट नेगेटिव आया।
हम बहुत निराश हुए पर हमने हिम्मत नहीं हारी।
डॉ प्रीति ने समझाया “IUI success rate पति और पत्नी की आयु और प्रजनन समस्या की अवधि पर भी निर्भर करता है पर लगातार IUI करवाने से गर्भधारण की संभावना बढ़ सकती है।”
पढ़िए: IUI Success Tips in Hindi: कैसे बढ़ाएँ गर्भधारण करने की सभावना?
IUI के प्रयास द्वारा गर्भधारण
IVF के मुकाबले IUI treatment एक सस्ता फर्टिलटी ट्रीटमेंट हैं। IUI का सक्सेस रेट हर कोशिश के बाद बढ़ता जाता है इसीलिए हमने एक और बार IUI क्रिया को आज़माने का फैसला किया। अब हम IUI को लेकर ज़्यादा तैयार और अनुकूल थे।
इस बार मैं गर्भधारण करने में सफल हुई।
मैं और मेरे पति बहुत खुश हैं और डॉ प्रीति के शुक्रगुज़ार है की उनकी सलाह मानते हुए हमने IUI का इस्तेमाल किया।
अब मुझे गर्भवती हुए 34 सप्ताह हो गए है और अब में सीताराम भरतिया हॉस्पिटल में नॉर्मल डिलीवरी की तैयारी कर रही हूँ।
ऋषभ ने अंत में कहा की, “IUI ट्रीटमेंट मेरे और मेरी पत्नी रिया के लिए आशा की किरण बन कर आया। “
क्या आपके मन में IUI से सम्बंधित सवाल हैं ? हमारे हॉस्पिटल आएं और अपने इलाज के लिए डॉक्टर से मिलें। परामर्श के लिए हमें +91 9871001458 कॉल करें।
यह लेख इन्फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट और obstetrician-gynecologist डॉक्टर प्रीति अ. धमीजा के सहयोग से लिखा गया है| डॉक्टर प्रीति अपने शांत स्वभाव और विशेषज्ञता की वजह से जानी जाती हैं|
Medically reviewed by Dr. Priti arora Dhamija
Dr. Priti Arora Dhamija, MBBS, Maulana Azad Medical College, Delhi (1999); M.D, Lady Hardinge Medical College (2004); DNB Obstetrics & Gynecology (2004); Diploma in Pelvic Endoscopy, Kiel, Germany (2014)